शोर्गोफर ने कहा कि चंद्रमा के गुप अंधेरे में काम करना चुनौतीपूर्ण है. यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण वातावरण है लेकिन फिर भी कार्बन को पृथ्वी से ले जाने के मुकाबले ये वहां पर निकालना ज्यादा आसान है. पृथ्वी से कार्बन का परिवहन बहुत अधिक महंगा है. पृथ्वी की कक्षा में एक पाउंड के पेलोड को ले जाने में लगभग 10,000 डॉलर का खर्च आएगा.
शोर्गोफर ने कहा कि चंद्रमा के गुप अंधेरे में काम करना चुनौतीपूर्ण है. यह एक बहुत ही चुनौतीपूर्ण वातावरण है लेकिन फिर भी कार्बन को पृथ्वी से ले जाने के मुकाबले ये वहां पर निकालना ज्यादा आसान है. पृथ्वी से कार्बन का परिवहन बहुत अधिक महंगा है. पृथ्वी की कक्षा में एक पाउंड के पेलोड को ले जाने में लगभग 10,000 डॉलर का खर्च आएगा.
ऐसे में स्थानीय संसाधनों का होना एक बेहतर विकल्प लगता है. अंतरिक्ष एजेंसियों के पास अभी भी कार्बन डाइऑक्साइड के खनन का तरीका विकसित करने के लिए कुछ समय है. वहीं, चांद पर उतरने वाला आर्टेमिस (Artemis) का क्रू अब 2024 की जगह 2025 में उड़ान भरेगा
ऐसे में स्थानीय संसाधनों का होना एक बेहतर विकल्प लगता है. अंतरिक्ष एजेंसियों के पास अभी भी कार्बन डाइऑक्साइड के खनन का तरीका विकसित करने के लिए कुछ समय है. वहीं, चांद पर उतरने वाला आर्टेमिस (Artemis) का क्रू अब 2024 की जगह 2025 में उड़ान भरेगा