Short info :- आपको बता दें कि दुनिया भर के देश आए दिन नई-नई प्राकृतिक आपदाएं झेल रहे हैं। वहीं सूरज फटते ही वैज्ञानिक द्वारा नए-नए शोध कर भविष्य में होने वाले संकट के बारे में पहले हमें सतर्क कर रहे हैं।
लेकिन इसी बीच अब वैज्ञानिकों ने पृथ्वी का अंत होने का दावा भी किया है। कि दुनिया खत्म हो जाएगी हमारी पूरी तरह से।
इतना ही नहीं वैज्ञानिकों ने ना केवल धरती के खत्म होने की तारीख बताई है। बल्कि ये भी बताया है, कि पृथ्वी का अंत किसकी वजह से होगा।
पृथ्वी का अंत कब होगा और कैसे होगा?
आपको बता दें दुनिया भर के वैज्ञानिक इस तथ्य को सुलझाने में लगे हुए थे कि पृथ्वी का अंत कब होगा और कैसे होगा? लंबे शोध के बाद अब वैज्ञानिकों ने दावा किया है।
कि पृथ्वी का अंत का कारण सूरज फटते ही होगी। कुछ वर्षो बाद सूरज फट जाएगा जिसके कारण पृथ्वी क्या हमारी पूरा ब्राह्मंड ही स्वाहा हो जाएगा।
क्यों पृथ्वी का अंत का कारण सूरज बनेगा
अनुमान लगाया गया है। कि भविष्य में खरबों वर्षों में गैस का ज्वलनशील गोला खत्म होने वाला है,
लेकिन बहुत जल्द कई बदलाव होंगे जो हमारे सौर मंडल के अंत की ओर ले जाएंगे।
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि सूर्य अभी अपने जवानी के चरण पर है जिसे इसके मुख्य अनुक्रम के रूप में जाना जाता है,
अब से लगभग पांच अरब वर्ष बाद सूरज ब्लास्ट हो जाएगा यानी कि सूरज फटते ही पूरी धरती तबाह हो जाएगी।
खगोल वैज्ञानिक ने दी ये चेतावनी दी पर क्यों।
अपने वर्तमान चरण में, सूर्य के अंदर हाइड्रोजन का परमाणु संलयन इसे ऊर्जा विकीर्ण करने और तारे को अपने द्रव्यमान के नीचे गिरने से रोकने के लिए पर्याप्त दबाव प्रदान करने की अनुमति देता है।
लाइव साइंस से बात करते हुए। खगोल वैज्ञानिक पाओलो टेस्टा ने कहा सूर्य पांच अरब साल से थोड़ा कम पुराना है।
यह एक प्रकार का मध्यम आयु वर्ग का तारा है,इस अर्थ में कि इसका जीवन 10 अरब वर्ष या उससे अधिक के क्रम का होने वाला है।
क्यों पृथ्वी के साथ अन्य ये ग्रह भी हो जाएंगे नष्ट
वैज्ञानिकों ने बताया पांच बिलियन साल बाद सूरज में मौजूद हाइड्रोजन कोर काम करना बंद कर देगा जिसके कारण सूरज गर्मी उत्पन्न नहीं कर पाएगा।
जिसके कारण अन्य ग्रह भी ठंडे हो जाएंगे। यह सूर्य के पड़ोसी ग्रहों बुध और शुक्र को निगल जाएगी जिसमें पृथ्वी भी शामिल होंगी।
इस तबाही से पहले करना होगा ये काम
नासा के अनुसार ये सामान्य तौर पर एक तारा जितना बड़ा होता है,उसका जीवन उतना ही छोटा होता है,
हालांकि सबसे बड़े सितारों को छोड़कर सभी अरबों वर्षों तक जीवित रहते हैं।
अपने मूल में अधिकांश हाइड्रोजन के माध्यम से सूर्य के जलने के बाद, यह अपने अगले चरण में एक लाल विशालकाय के रूप में परिवर्तित हो जाएगा।
वैज्ञानिकों के अनुसार जब सूरज का अंत होगा तब सूरज की आखिरी गर्मी से महासागर तक भी सूख जाएंगे।
गर्मी से इंसान भी नहीं बचेंगे। वैज्ञानिकों ने इस तबाही से पहले सलाह दी है।
कि ऐसे ग्रह का पता लगाया जाना चाहिए जहां मनुष्य सुरक्षित हो और उन्हें इस तबाही से पहले उस ग्रह में बसाने की तैयारी कर दी जाए ताकी इंसान सुरक्षित हो सके।
और एक नॉर्मल जीवन यापन कर सके है। पहले जैसा पर इस पर शोध अभी जारी है। जैसे ही कुछ अपडेट आएगा तो नासा द्वारा जानकारी दे दी जाएगी।
तो आशा है कि आपको यह जानकारी अच्छी लगी अच्छी लगी हो तो अपना सपोर्ट बिल्कुल देते रहे और यदि आपके मन में कुछ क्वेरी है तो आप कमेंट में पूछ भी सकते हैं।
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