आइए जानते है UV लाइट किस तरह के विषाणु को मारने में मददगार है वैसे तो आप सभी जानते हैं कि अल्ट्रावॉयलेट रेज़ की किरणें हम सभी को नुकसान पहुंचाती हैं पर UV लाइट लैंप कोरोनावायरस पर भी भारी है इसका इस्तेमाल कोरोना वायरस की फैमिली वाले वायरस जैसे sars और ebola पर भी UV लाइट का इस्तेमाल किया गया कीटाणुओं को खत्म करने के लिए जो काफ़ी असरदार भी साबित हुआ था.
क्या है अल्ट्रा वॉइलट (UV) rays
आप जानते है अल्ट्रा वॉइलट किरणें सूर्य से आने वाली पैराबैंगनी किरणों को कहते है. अल्ट्रावॉयलेट लाइट इलेक्ट्रोमैग्नेटिक स्पेक्ट्रम का एक पार्ट है इसमें गामा किरणें , x-किरणें, दृश्य प्रकाश किरणें, सूक्ष्म विद्युत तरंगों का समावेश होता है. अल्ट्रावॉयलेट तीन भागों में वर्गीकृत है UV-A, UV-B, UV-C.
कोरोना को मारने मे मददगार UV rays
यूवी (UV) लाइट लैंप के इस्तेमाल से हम कोरोनावायरस को मार सकते हैं क्योंकि अल्ट्रावॉयलेट (UV) लाइट के स्पेक्ट्रम में UV-C लाइट जिसकी तरंगदैर्ध्य (walelength) 200 से 280 नैनोमीटर तक है इसमें विषाणु को मारने की क्षमता होती है.
अल्ट्रा वॉइलट (UV) लैंप का इस्तेमाल कैसे करे
अल्ट्रावॉयलेट लाइट लैंप इस्तेमाल करते समय हमें ध्यान में रखना चाहिए कि वह किसी भी तरह हमारे संपर्क में ना आए अगर आप अल्ट्रावॉयलेट लाइट लैंप का इस्तेमाल घर को सैनिटाइज करने में कर रहे हैं तो तो लाइट को ऑन करके अपने घर के बाहर बैठे, इसका इस्तेमाल बड़े-बड़े अस्पतालों को सैनिटाइज करने में भी किया जाता है और तो और इसका इस्तेमाल आप बैंक में करेंसी को सैनिटाइज करने के लिए भी कर सकते हैं और कई एयरलाइंस अपने प्लेन को डिसइनफेक्ट करने के लिए भी यूवी लाइट का प्रयोग करते हैं और रिपोर्ट के मुताबिक यह लाइट 99% कीटाणु को 3 मिनट में मार सकती है. पर ध्यान रखें लाइट को ना तो आप अपनी खुली आंखों से देखे और ना ही अपनी स्किन पर उजागर करें यह वाकई में खतरनाक है.
अल्ट्रा वॉइलट लाइट लैंप के इस्तेमाल के समय बरतें सावधानी
अल्ट्रावायलेट लाइट के सीधे संपर्क में आने से आपको कई तरीके की परेशानियां हो सकती हैं जैसे स्किन इनफेक्शन, कॉर्निया में सूजन जिसके कारण आंखों में जलन होने के साथ-साथ UV लाइट आपके आँखो के रेटिना को भी क्षति पूछा सकता है इसलिए यूवी लाइट के इस्तेमाल के समय अपनी स्किन को अच्छे से ढक कर रखें और साथ ही आंखों के बचाव के लिए यूवी प्रोटेक्शन चश्मे का इस्तेमाल करें.