भारत की इस मशीन को मिला 10 लाख पाउंड का इनाम (This machine of India got a reward of 1 million pounds)

0

भारत की इस मशीन को मिला है 10 लाख पाउंड का इनाम

भारत में प्रदूषण का एक बहुत ही मुख्य कारण है पराली , हर साल खेतो में बची हुई फसल को जला दिया जाता है \ इसकी वजह से काफी प्रदूषण होता है | और कई बार इस वजह से बड़े बड़े हादसे भी होजाते  है …सरकार हर साल किसानो से पराली न जलाने का अनुरोश करती है | लेकिन इसके बावजूद भी हर साल पराली जलाई जाती है | अब इस समस्या से निपटने के लिए एक ऐसी मशीन बनाई गई है जो की किसानो को पराली जलाने से रोकेगी भी और उन्हें इसका दूसरा लाभ भी मिलेगा ., और इस मशीन को ब्रिटेन में सम्पन्न होने वाले अर्थ शॉट पुरूस्कार समारोह में 10 लाख पाउंड का पुरूस्कार भी दिया गया है .|पुरूस्कार की शुरुआत प्रिंस विलियम ने की थी | यह पुरुस्कार उन लोगो को दिया जाता है , जो की धरती को बचाने के लिए नए और अनोखे उपायों की खोज करते हैं | इस समारोह की ख़ास बात यह थी की यह समारोह पूरी तरह इको

फ्रेंडली (eco friendly ) था | इसमें आने वाले महमानों ने न तो हवाई जहाज़ का उपयोग किया , न उन्होंने पोलिथीन का कोई काम लिया और तो और कपडे भी एको फ्रेंडली पहने | इस पुरूस्कार की प्रेरणा चन्द पर पहुँचने की इंसान की कोशिशो की वजह से मिली |क्यूंकि हम चाँद पर तो पहुँच जाएंगे लेकिन क्या हम अपनी धरती को ऐसे ही छोड़ देंगे | क्या हमारा कर्तव्य नहीं की हम धरती को बचाए | जलवायु परिवर्तन की वजह से होने वाली समस्या का समाधान निकाले | प्रदूषण को रोके और धरती को फिर से रहने लायक बनाए | पुरुस्कारों की घोषणा करते हुए पर्यावरणविद सर डेविड एटनबरा ने कहा की हमारे पास अब ज्यादा वक्त नहीं है , हमें जल्दी से जल्दी इस दिशा में थोस कदम उठाने होंगे | और अगर हम चाहे तो ऐसा कर सकते है | अब चलिए आपको इस मशीन के बारे में भी बता देते है | की आखिर यह मशीन क्या है और कैसे काम करती है | इस तकनीक की खोज भारत के विद्युत् मोहन ने की है| पराली यह मशीन एक पोर्टेबल मशीन है जो की पराली को खाद में बदल देती है  | और जिस पराली से प्रदूषण फ़ैल रहा था अब वही आने वाली फसल के लिए खाद का काम करेगी | इस तकनीक से  फसल के बचे हुए कचरे  को ईंधन और उर्वरक जैसे बेचने योग्य जैव उत्पादों में बदलने में मदद करेगी | इस  तकनीक से   धुएँ और कार्बन के उत्सर्जन में  98% तक कम होता है ।खेती से निकलने वाले कचरे को जलाने से वायु प्रदूषण होता है जिससे कुछ क्षेत्रों में जीवन प्रत्याशा (life expectancy ) एक दशक की कमी आई है | और इस वजह से जो वायु प्रदूषण  होता है वो भी काफी खतरनाक होता है | लेकिन अब इस मशीन की मदद से पराली को खाद में बदला जा सकेगा | जिससे वायु प्रदूषण काफी हद तक कम हो जाएगा |

भारत के इस प्रोजेक्ट के अलावा बहामास के इस प्रोजेक्ट को भी इनाम मिला है …इस प्रोजेक्ट के तहत समुद्री रीफ को विशेष प्रकार के टैंको में उगाया जा रहा है | ताकि रीफ को फिर से बनाया जा सके  | इसके अलावा थाईलेंड में एक ऐसा डिजाईन बनाया गया है जिससे रिन्यूएबल एनर्जी  (Renewable energy ) से हाइड्रोजन बनाता है | इसके अलावा दुनिया की सबसे बड़े परेशानी है कचरे का निपटारा , और बचे हुए खाने को सही लोगो तक पहुँचाना | इस दिशा में किए जा रहे काम को भी पुरूस्कार के लिए चुना गया है | इसके अलावा धरती को फिर से हरा भरा बनाने के लिए कोस्टा रिका में चल रहे प्रोजेक्ट को भी पुरूस्कार दिया गया है | कुछ साल पहले तक यहाँ पदों की संख्या काफी कम हो गई थी \  लेकिन अब यहाँ पेड़ो की संख्या दुगनी हो गई है |

We will be happy to hear your thoughts

Leave a reply

Captcha

ScienceShala
Logo
Enable registration in settings - general