National Children Science Congress
National Children Science Congress , जिसे जिला और राज्य स्तर पर Children Science Congress के रूप में भी जाना जाता है, यह National Science and Technology Communication Council (NCSTC), Department of Science and Technology (DST), Government of India का प्रमुख कार्यक्रम है।
यह बच्चों के लिए एक मंच है जहाँ वह छोटे छोटे Innovation कर सकते हैं ।
इस कार्यक्रम की शुरुआत मध्य प्रदेश में Gwalior Vigyan Kendra नामक एक गैर सरकारी संगठन द्वारा की गई थी बाद में इसे NCSTC, DST द्वारा राष्ट्रीय स्तर पर इसको अपनाया गया। प्रारंभ में इस कार्यक्रम को राष्ट्रीय आयोजक के रूप में तत्कालीन NCSTC-Network (गैर-सरकारी और सरकारी संगठनों के विज्ञान प्रसार के क्षेत्र में काम करने वाले Network ) द्वारा समन्वित किया गया था। 2014 से, NCSTC, DST भारत सरकार के NCSTC, DST द्वारा गठित experienced academic team के एक मुख्य समूह, राष्ट्रीय शैक्षणिक समिति के मार्गदर्शन और समर्थन के साथ National Children Science Congress का आयोजन कर रहा है।
कार्यक्रम का उद्देश्य बच्चों के बीच विज्ञान की पद्धति की अवधारणा को फैलाना है, जिसमें उनको Project Activities से सीखने के लिए प्रोत्साहित करना है । इस योजना का उद्देश्य यह है कि बच्चे फोकल थीम के संबंध में एक विशेष विषय पर एक Project का संचालन करेंगे और कई Sub –topics पर लगातार दो वर्षों तक निर्णय लेंगे। अध्ययन उन बच्चों के आस पास ही किया जाना है जहां वे रहते हैं या पढाई करते हैं। यह विज्ञान की सरल विधि का उपयोग करके local specific problem पर एक group activity है।
यह एक समय था जब देश के अधिकांश science communicators of the country Bharat Jan Vigyan Jatha (1987) और Bharat Gyan Vigyan Jatha (1992) जैसे बड़े विज्ञान आंदोलनों में शामिल थे। तब यह महसूस किया गया था कि जनता के बीच विज्ञान के प्रति जागरूकता विकसित करने के लिए बड़े पैमाने पर गतिविधियों को एक नियमित गतिविधि के रूप में जारी रखा जाना चाहिए और इसलिए Children Science Congress को 1993 में एक राष्ट्रव्यापी कार्यक्रम के रूप में शुरू किया गया था। उम्मीद थी कि यह वैज्ञानिक स्वभाव को बढ़ाएगा। वैज्ञानिक जिज्ञासा और बच्चों के बीच विज्ञान के तरीके की समझ में सुधार करना इस उद्देश्य के साथ कि वे लंबे समय में समाज को लाभान्वित करेंगे। तब से NCSC का कार्यक्रम सफलतापूर्वक आयोजित किया गया है
National Children Science Congress के क्या उद्देश्य हैं ?
NCSC का प्राथमिक उद्देश्य 10-17 वर्ष आयु वर्ग के बच्चों के लिए formal school system के साथ-साथ स्कूल से बाहर, अपनी creativity और innovativeness के साथ एक Guide Teacher की देखरेख में method of science का उपयोग करके स्थानीय रूप से अनुभव की जाने वाली एक सामाजिक समस्याओं को हल करने की उनकी क्षमता के लिए एक मंच प्रदान करना है |
NCSC विज्ञान के तरीकों के सीखने के अनुप्रयोग के अलावा discovery and/or innovativeness की भावना को प्रोत्साहित करता है।
यह बच्चों को प्रगति और विकास के कई पहलुओं पर सवाल उठाने के लिए प्रेरित करता है और बच्चे अपनी पसंद की भाषा में अपने निष्कर्ष भी व्यक्त कर सकते हैं ।
यह logical conclusions निकालने के लिए बच्चों को critically और rationally रूप से सोचने के लिए प्रोत्साहित करता है।
बच्चों को राष्ट्र के भविष्य की कल्पना करने और संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिकों की एक पीढ़ी के निर्माण में मदद करने के लिए प्रोत्साहित करना।
अवलोकन के लिए वैज्ञानिक पद्धति और scientific methodology को सीखने के लिए Data collection , प्रयोग विश्लेषण और फिर निष्कर्ष पर पहुंचना।
Children Science Congress के फोकल विषय विविध हैं और राष्ट्रीय महत्व के हैं।
Nature of CSC Projects
Innovative, सरल और व्यावहारिक
Team work को दर्शाते हैं
रोजमर्रा के जीवन पर आधारित हो
field based data संग्रह को शामिल करें
scientific methodology के माध्यम से एक निश्चित OutPut आता हो
Local Community के community work से सम्बन्धित हो |
निश्चित follow-up plans और कार्रवाई करें
National Children Science Congress से क्या उम्मीदें हैं ?
यह उम्मीद की जाती है कि समय के साथ, children’s project इन मुद्दों को संबोधित करने के लिए नवीन विचारों के साथ-साथ उनके इलाके की समस्याओं और संभावनाओं के बारे में बहुत सारी नई जानकारी मिलेगी । इसके अलावा, Project के काम के दौरान, बच्चे अपने प्रयोगों के लिए विभिन्न instruments के विकास के साथ-साथ अध्ययन के नवीन दृष्टिकोण विकसित कर सकते हैं। इस तरह के instruments स्थानीय रूप से उपलब्ध, सस्ती सामग्री के साथ विकसित किए जा सकते हैं। इससे बच्चो में नए नए Innovation को लेकर जागरूकता बढ़ेगी | वो विज्ञान को केवल एक विषय न समझकर उसे जीवन का ज़रूरी हिस्सा मानने लगेंगे |
भागीदारी के लिए दिशानिर्देश (Guidelines for participation )
कौन भाग ले सकता है:
10-17 वर्ष की आयु का कोई भी National Children Science Congress में भाग ले सकता है। यह आवश्यक नहीं है कि एक participant स्कूल / कॉलेज का छात्र हो | एक child scientist , समान level के समूह में, एक group leader के रूप में दो बार National Level NCSC में भाग नहीं ले सकता है।
है।
आयु समूह (Age Group )
इसमें 2 (दो) आयु वर्ग होंगे।
पहला 10 से 14 साल का है जिसे Lower Age Group माना जाता है और दूसरा 14 से 17 साल है, जिसे Upper Age Group कहा जाता है। आयु निर्धारित करने के लिए, कैलेंडर वर्ष का 31 दिसंबर आधार होगा।
हालांकि, विकलांग बच्चों(Children with Disability) के समूह में उम्र का कोई प्रतिबंध नहीं होगा। आमतौर पर 6 से 9 कक्षा के बच्चे junior group के तहत आते हैं और 10 से 12 कक्षा के बच्चों को Senior Group में रखा जाता है |
भाषा -Language
National Children Science Congress में Participate करने के लिए भाषा कोई बाधा नहीं है। बच्चे Project को किसी भी अनुसूची भाषा या किसी भी भाषा में प्रस्तुत कर सकते हैं, जिसे भारत में संबंधित राज्य सरकार या केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा के माध्यम के रूप में मान्यता प्राप्त है।
कौन एक Project को निर्देशित कर सकता है ( Who can Guide a project)
किसी भी व्यक्ति को method of science के बारे में उचित जानकारी है यह अनिवार्य नहीं है कि Guide एक School Teacher हो । हालाँकि, किसी भी स्तर पर आयोजन समिति का सदस्य किसी परियोजना का मार्गदर्शन नहीं कर सकता है।
कार्य का क्षेत्र (Area of work)
बच्चे current Theme और subtheme के तहत किसी भी societal problem का चयन कर सकते हैं। बस समस्या का क्षेत्र आपके घर के आस पास होना चाहिए |
बाल विज्ञान कांग्रेस के विभिन्न स्तर (Different levels of Children’s Science Congress )
Children’s Science Congress तीन स्तरों पर आयोजित की जाती है जहां बाल वैज्ञानिकों और उनके प्रोजेक्ट कार्यों को सामान्य मूल्यांकन मानदंड के तहत प्रदर्शित किया जाता है। परियोजना का मूल्यांकन उसकी नवीनता, सरलता और व्यावहारिकता के लिए किया जाता है। योग्यता के आधार पर परियोजना को एक स्तर से अगले स्तर तक चुना जाता है, जैसा कि नीचे दिया गया है:
Block /District level,State level,National level
जिला / ब्लॉक स्तर Science Congress पहलाlevel है जिसमें State level की कांग्रेस में प्रस्तुतिकरण के लिए परियोजनाओं की जांच, मूल्यांकन और शॉर्टलिस्ट किया जाता है। राज्य-वार कोटा के अनुसार, परियोजनाओं को Grand Finale के लिए राज्य स्तर से चुना जाता है Children’s Science Congress का National level |
NCSC-2020 का फोकल थीम: “सतत जीवन के लिए विज्ञान” ( Focal Theme of NCSC-2020: “Science for Sustainable Living” )
स्क्रीनिंग Screening
जिला / राज्य स्तर पर चयन पर विचार निम्नानुसार होना चाहिए:
राष्ट्रीय: राज्य = 1: 10
राज्य: जिला = 1:15
15 जिलों में से 1 राज्य स्तर पर प्रदर्शित किया जाएगा
कम आयु वर्ग (10 से 14 वर्ष की आयु) का ऊपरी आयु वर्ग (14 -17) का चयन अनुपात 40:60 होना चाहिए
Tentative Activity Schedule
1. गतिविधि और टीमों के Registration के लिए विषयों का चयन: चल रहा है |
2.Project पर काम करना: अगले 2-3 महीने
3. जिला स्तर की कांग्रेस (District level Congress ): 20 दिसंबर तक
4. राज्य स्तरीय कांग्रेस (State level Congress ) : 6 से 10 जनवरी तक (कृपया राज्य स्तरीय कार्यक्रम के माध्यम से जाएं)
5. राष्ट्रीय स्तर की कांग्रेस (National level Congress ): राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस: जनवरी के Last Week तक।
6. किशोर वैग्यानिक सम्मेलन (Kishore Vaigyanik Sammelan (At Indian Science Congress): घोषित किया जाना (शीघ्र ही घोषणा की जाएगी)
NCSC के लिए Registration कैसे करें –
NCSC के लिए वेब-पोर्टल https://ncsc-india.in/ पर registration करना होता है |
अधिक जानकारी के लिए अपने district coordinators से सम्पर्क करें |
28th & 29th National Level NCSC 2020-2021
(National Children Science Congress)
National Level Science Project Competitions 2021 की Main theme है
“Science for Sustainable Living”
NCSC 2020-2021 के लिए SUB THEMES हैं –
- Eco System for Sustainable Living
- Appropriate Technology for Sustainable Living
- Social Innovation for Sustainable Living
- Design, Development and Modelling for Sustainable Living
- Traditional Knowledge System (TKS) for Sustainable Living
अगर आप भी NCSC में भाग लेकर अपने School और अपने क्षेत्र का नाम रोशन करना चाहते हैं तो आज ही NCSC की website पर जाकर अधिक जानकारी प्राप्त करें और अपने Project की तैयारी शुरू कर दें क्यूंकि अब बहुत ही कम समय है आपको Project Submit करने के लिए |